ज़िंदगी के पल :
ये जो है पल … क्यों सोचना होगा क्या फिर कल .. थक गया हु मै भाग भाग कर .. इस जिंदगी की ज़रुरतो को पूरा कर आ लौट के फिर से मेरे बचपन के वो .. वो हसीं पल… जब कोई चिंता न फिक्र, रोज नया सा कल अरमान आसमां छुने की, सोचना की काश बस. . आज ही में रहे हर पल… आ मिल के जी ले फिर वो पल.. आ मिल के जी ले फिर वो पल ..
ज़िंदगी के हसीं पल I